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नवी मुंबई में संपन्न हुआ हेड-नेक ‘कैडेवर डिसेक्शन वर्कशॉप’

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वर्कशॉप में भारत भर के 140 प्रतिनिधियों ने भाग लिया

नवी मुंबई। एसीसी नवी मुंबई में डीवाई पाटील यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, नवी मुंबई के सहयोग से ओरल ऑन्कोलॉजी में 2 दिवसीय ‘कैडेवर डिसेक्शन वर्कशॉप’ का आयोजन किया। डॉ. अनिल डी’क्रूज़-निदेशक ऑन्कोलॉजी और वरिष्ठ सलाहकार सर्जिकल ऑन्कोलॉजी पाठ्यक्रम निदेशक थे और डॉ. सताक्षी चॅटर्जी – सलाहकार सर्जिकल ऑन्कोलॉजी पाठ्यक्रम समन्वयक थे। डॉ. राजीव राव – डीन, डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन ने कार्यशाला का उदारतापूर्वक सहयोग किया। डॉ. तेजिंदर सिंह-सीनियर कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजी, एसीसी नवी मुंबई, डॉ. अमोल इंगोले – सीनियर कंसल्टेंट रेडियोलॉजी, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई द्वारा जानकारीपूर्ण व्याख्यान दिए गए। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई दिल्ली और कोलकाता के संस्थानों के राष्ट्रीय विशेषज्ञ सम्मानित फैकल्टी भी सम्मिलित हुए। एसीसी नवी मुंबई हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी टीम द्वारा कैडेवर डिस्कशन का प्रदर्शन किया गया। 2-दिवसीय कार्यशाला में भारत भर के 140 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और एक अत्याधुनिक डिसेक्शन वर्कशॉप में प्रस्तुतियाँ, चर्चाएँ और व्यावहारिक हेड और नेक ऑन्कोलॉजी डिसेक्शन वर्कशॉप का आयोजन किया।

डॉ. अनिल डी’क्रूज़, निदेशक-वरिष्ठ सलाहकार सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, अपोलो कैंसर सेंटर नवी मुंबई में कहा,”एसीसी नवी मुंबई में हेड एवं नेक ऑन्कोलॉजी डिसेक्शन वर्कशॉप विशेष रूप से मैक्सिलो-फेशियल, ईएनटी, हेड एवं नेक सहित विभिन्न विषयों के उभरते सर्जनों को देने के लिए डिज़ाइन की गई थी। सामान्य सर्जरी के साथ-साथ ओरल कैंसर के समकालीन प्रबंधन के बारे में जानने का मौका मिलता है – जो भारतीय पुरुषों में सबसे आम प्रकार का कैंसर है – साथ ही क्षेत्र में नवीनतम प्रगति से अवगत होने का मौका मिलता है। कैडेवर डिसेक्शन पाठ्यक्रम ने एक अतिरिक्त आयाम जोड़ा, यह देखते हुए कि कैडेवर (शव) फ्रेश फ्रोज़ेन थे और अन्य डिसेक्शन पाठ्यक्रमों की तरह क्षत-विक्षत नहीं थे।”

डॉ. राजीव राव, डीन-डीवाई पाटील यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन,नवी मुंबई ने कहा,”डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन को इस अनूठी डिसेक्शन वर्कशॉप के लिए एसीसी नवी मुंबई के साथ सहयोग करने पर गर्व है। वर्कशॉप में सर्जरी विभाग की प्रमुख डॉ. अनुराधा पांचाल और डीवाई पाटील यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, नवी मुंबई से एनाटॉमी विभाग की प्रमुख डॉ. मनीषा नखाते का भरपूर सहयोग मिला। विशेषज्ञ चिकित्सा पेशेवरों को एक साथ लाकर, हम बेहतर परिणाम प्रदान करने के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान और अपने विद्यार्थियों के उन्नत कौशल को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे अंततः रोगियों को लाभ होगा।

संतोष मराठे, क्षेत्रीय सीईओ-पश्चिमी क्षेत्र, अपोलो हॉस्पिटल्स ने कहा,’’एसीसी नवी मुंबई और डीवाई पाटील स्कूल ऑफ मेडिसिन में संयुक्त रूप से आयोजित हेड एवं नेक ऑन्कोलॉजी डिसेक्शन वर्कशॉप, विशेषज्ञों और ओरल कैंसर प्रबंधन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित मेडिकल स्कूल के बीच सहयोग और ज्ञान साझा करने का परिणाम थी। हम इन गतिविधियों को अन्य विषयों में भी विस्तारित करना चाहते हैं और शहर के अन्य चिकित्सा संस्थानों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करना चाहते हैं। यह अनूठी वर्कशॉप अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की नैदानिक उत्कृष्टता और शैक्षणिक कौशल का प्रमाण है।

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