मुम्बई। असिस्टेंट प्रोफेसर शकुंतला गावड़े द्वारा लिखित आध्यात्मिक पुस्तक ‘नरेटिव एनालिसिस ऑफ भागवत पुराण’ का विमोचन दिनांक 22 जुलाई, 2023 को सेंट झेवियर्स कॉलेज में सम्पन्न हुआ। इस किताब में भगवान श्री कृष्ण के लीलाओं व अद्भुत चमत्कारों का वर्णन वर्तमान मनोभावों एवं सामाजिक घटनाओं के साथ डॉ शकुंतला ने बखूबी किया है।
पुस्तक के विमोचन के अवसर पर डॉ. फादर कीथ डिसूजा (रेक्टर, सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई), बलदेव दास (अध्यक्ष, इस्कॉन मंदिर, चौपाटी), डॉ. राजेंद्र शिंदे (प्रिंसिपल, सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई), डॉ. फादर अरुण डिसूजा (निदेशक, हेरास इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन कल्चर, सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई), जेसिका मेरिट (इंडियाना यूनिवर्सिटी, ब्लूमिंगटन), डॉ. सुमंत रुद्र (डीन एकेडमिक अफेयर, भक्तिवेदांत रिसर्च सेंटर) और शिल्पा छेड़ा (झेवियर कॉलेज म्यूजियम क्यूरेटर) की विशेष उपस्थिति रही। यह पुस्तक भक्तिवेदांत द्वारा प्रस्तुत एवं रिसर्च सेंटर और देव पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा प्रकाशित की गई है।
अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों ने वैष्णववाद की समझ के साथ पुस्तक के योगदान के लिए अपने गहन विचार और सराहना व्यक्त की।
बलदेव दास ने पवित्र ग्रंथ भागवत पुराण के महत्व पर प्रकाश डाला और इस पुस्तक के प्रकाशन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ऐसे शोध कार्य होते रहने चाहिए जो आधुनिक युग में अत्यंत आवश्यक है इससे जनमानस में भक्ति भाव जागृत होती है और सकारात्मकता आती है।
पुस्तक की लेखिका डॉ. शकुंतला गावड़े ने लेखन यात्रा पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की और उन्होंने कहा कि कृष्ण कथाएँ लोकप्रिय हैं लेकिन कहानियां उतनी ही चमत्कारी भी हैं। पुस्तक आध्यात्मिकता से जुड़े अर्थ की अनेक परतों को उजागर करती है। यह न केवल देखने के लिए एक नई अंतर्दृष्टि प्रदान करता है बल्कि भागवत पौराणिक अध्ययन का एक नया दृष्टिकोण खोलती है। इसके लेखन के लिए मैंने कई भगवद पुराण का अध्ययन किया और लिखते हुए स्वयं को प्रभु के श्रीचरणों में समर्पित कर दी थी।
- संतोष साहू