देश के दिल में बसी धुन, ‘नमक हो तो टाटा का, टाटा नमक’
मुंबई। भारत के आयोडीन युक्त नमक के अग्रणी ब्रांड, टाटा साल्ट ने अपनी मशहूर जिंगल, ‘नमक हो टाटा का, टाटा नमक’ के साथ एक अनूठा अभियान शुरू किया है । विभिन्न मीडिया प्लेटफार्म पर शुरू किया, यह अभियान ‘देश का नमक’ के रूप में ब्रांड की सर्वव्यापकता का प्रदर्शन करता है, और नये और युवा भारत की नब्ज़ पर भी हाथ रखता है।
‘नमक हो टाटा का, टाटा नमक’ जिंगल का नया रूप उपभोक्ताओं को आश्चर्यचकित और खुश करेगा यह देश भर में हर घर में अपनी स्थायी उपस्थिति को नए परिप्रेक्ष्य में पेश करता है। इस नए विज्ञापन अभियान की परिकल्पना ओगिल्वी ने तैयार की है, जिसमें उपभोक्ता के दैनिक जीवन से जुड़े क्षणों में जिंगल की उपस्थिति को प्रदर्शित करने वाली 11 मनोरंजक लेकिन सटीक फिल्में है, जो इसे सर्वव्यापी ‘देश का नमक’ बनाती है। देश के सबसे पसंदीदा ब्रांड में से एक, टाटा साल्ट की ये फिल्में विशेष कर आज की युवा पीढ़ी में बहुत पसंद की गयी है ! यह फिल्म श्रृंखला न सिर्फ हल्की फुल्के क्षणों पर बनी है, बल्कि ये आज के दर्शकों के मूल्यों और आकांक्षाओं के अनुरूप है।
दीपिका भान, अध्यक्ष, पैकेज्ड फूड्स – इंडिया, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने कहा, “टाटा साल्ट भारत के सबसे भरोसेमंद और ज़िम्मेदार ब्रांडों में से एक है। समय के साथ ‘देश का नमक’ की अपील, उपभोक्ताओं के साथ और मजबूत हुई है। इस पहल के साथ हमारा लक्ष्य है, कि हम उपभोक्ताओं के साथ अपने संबंध को और गहरा बनाएँ और देश की सेहत तथा खुशी को बढ़ावा देते हुए जीवन के छोटे छोटे पलों का हिस्सा बने रहें।
अनुराग अग्निहोत्री, चीफ क्रिएटिव ऑफिसर (वेस्ट), ओगिल्वी ने कहा, “हमारे देश के अधिकांश लोगों के लिए, नमक का मतलब टाटा साल्ट है और टाटा साल्ट का मतलब है, भरोसा। यह प्यार का बंधन है। नया ‘देश का नमक’ अभियान वही प्यार और विश्वास लौटाता है जो एक विरासती, प्रतिष्ठित ब्रांड पर आम तौर पर लोगों को होता है। हमने सबसे पसंदीदा टाटा साल्ट की धुनों में से एक को लोगों के जीवन में और उन क्षणों में वापस ला दिया है, जो नमक की तरह ही रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जुड़े हैं। किसी फ़िल्म का दृश्य, एक बिल्ली, कोई चुनावी रैली और ऐसी ही चीज़ें। हमें उम्मीद है कि हर किसी को नया ‘देश का नमक’ अभियान पसंद आएगा और वे इस ब्रांड को हमेशा की तरह पसंद करेंगे।”