श्रीकांत: आ रहा है सबकी आंखें खोलने 10 मई को रिलीज हो रही है
बायोपिक फिल्म “श्रीकांत – आ रहा है सबकी आंखें खोलने” ने अपने टीजर रिलीज के साथ ही सबका ध्यान खींचा है। ये फिल्म उद्योगपति श्रीकांत बोला की जिंदगानी पर बनी है जो देख नहीं सकतें। अब फिल्म के निर्माता एक खास पहल करते हुए इस फिल्म को स्क्रीन से आगे तक ले जा रहे हैं, जो हर किसी के लिए एक मिसाल है। दरसअल श्रीकांत बोला का सफर प्रेरणा से भरा है और जिससे इंस्पिरेशन लेते हुए निर्माता मुंबई में विक्टोरिया मेमोरियल स्कूल फॉर द ब्लाइंड में एक परिवर्तनकारी पहल का नेतृत्व कर रहे है। गुलशन कुमार इनिशिएटिव ने पास के ट्रैफ़िक सिग्नल पर बीपर ऑडियो सिग्नलिंग डिवाइस लगाया है, जिसका मकसद नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण ध्वनी संकेत और विवरण देना है, जिससे व्यस्त सड़कों पर उनका सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित हो सके। ये समावेशिता की ओर ऑटोमेशन का पहला कदम है।
यह शानदार कोशिश फिल्म के चरित्र के साथ सहजता से मेल खाती है, जो ऑडियंस के दिल को गहराई से छू जाएगी। “श्रीकांत – आ रहा है सबकी आंखें खोलने” में लचीलापन, दृढ़ संकल्प और मानवीय भावना की ताकत से भरपूर एक दिल छू लेने वाली खोज शुरू होती है। राजकुमार राव, ज्योतिका, अलाया एफ और शरद केलकर के शानदार अभिनय से सजी यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन ही नहीं करती, बल्कि जीवन की चुनौतियों को हौसलों और उम्मीद के साथ स्वीकार करने की प्रेरणा देती है।
गुलशन कुमार और टी-सीरीज़ द्वारा प्रस्तुत टी-सीरीज़ फ़िल्म्स और चॉक एन चीज़ फ़िल्म्स प्रोडक्शन एलएलपी, श्रीकांत का निर्देशन तुषार हीरानंदानी ने किया हैं, जबकि इसका निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार और निधि परमार हीरानंदानी ने किया है। यह फ़िल्म 10 मई 2024 को देशभर में रिलीज़ होगी।