मुंबई। भोजपुरी फिल्मों के बदलते इतिहास की पटकथा लिखी जा चुकी है, और यह पटकथा लिखी है मेगास्टार रवि किशन की फ़िल्म महादेव का गोरखपुर ने। पिछले दो दशकों में सबसे बड़ी ओपनिंग का रिकॉर्ड इस फ़िल्म में तोड़ दिया है और एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। अभी रिपोर्ट लिखे जाने तक कलेक्शन डिटेल में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। जब से भोजपुरी सिनेमा का यह तीसरा दौर शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक इतनी बड़ी ओपनिंग किसी भी फ़िल्म को नहीं मिल पाई थी, और यह कारनामा महादेव का गोरखपुर ने कर दिखाया है। देशभर में लगभग 200 सिनेमाघरों और अमेरिका के 12 सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फ़िल्म ने भोजपुरी और हिंदी भाषा मे अपनी सफलता का परचम लहरा दिया है, और अभी इसे तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होना बाकी ही है। फ़िल्म मुख्यतः भोजपुरी भाषा में ही बनी है और इसे अन्य भाषाओं में डब करके रिलीज किया जाएगा।
महादेव का गोरखपुर भोजपुरी फ़िल्म इतिहास में अब तक कि सबसे बड़ी फिल्म बनने की राह पर चल पड़ी है। यह एक ऐसी पहली भोजपुरी फ़िल्म भी बन गई है जिसकी डबिंग करके दक्षिण भारत की भाषाओं में रिलीज करने की तैयारी है। फ़िल्म को मिली बड़ी ओपनिंग पर खुशी व्यक्त करते हुए इस फ़िल्म के मुख्य अभिनेता मेगास्टार रवि किशन कहते हैं कि अब दर्शकों के अंदर बदलाव आ चुका है और भोजपुरी फ़िल्म मेकर्स को इस बदलाव को समझना होगा। आप जब अच्छी फिल्में बनाएंगे तो महादेव की कृपा से लोग फ़िल्म देखने जरूर आएँगे। हमने एक बेहतरीन कहानी के ऊपर फ़िल्म बनाई और आज इस फ़िल्म को मिल रहे दर्शकों के प्यार से हम अभिभूत हैं। हम आगे भी इसी तरह से और प्रयास करेंगे और हमें उम्मीद है कि आगे भी दर्शक हमें इसी तरह से प्यार और आशीर्वाद देते रहेंगे।
रवि किशन की होम प्रोडक्शन रवि किशन प्रोडक्शन्स और वाया फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म महादेव का गोरखपुर के लेखक हैं साई नारायण वहीं फ़िल्म का निर्देशन किया है मशहूर निर्देशक राजेश मोहनन ने। सिनेपोलिस द्वारा देश विदेश में बड़े पैमाने पर रिलीज की जा गई इस फ़िल्म को अमेरिका के 12 थियेटरों में भी रिलीज किया गया है। महादेव का गोरखपुर फ़िल्म के निर्माता हैं प्रितेश शाह और सलिल शंकरन, वहीं फ़िल्म के सह निर्माता हैं अरविंद सिंह व अमरजीत दहिया, एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर शंकर नारायण। इस फ़िल्म के सिनेमेटोग्राफर हैं अरविंद सिंह, संगीत निर्देशन किया है अगम अग्रवाल और रंजिम राज ने। इस फ़िल्म के लाइन प्रोड्यूसर हैं अखिलेश राय।