बौमा कॉनेक्सपो इंडिया ने अपने संस्करण 2024 हेतु कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ मिलाया हाथ
- सीएफआई को भारत में अग्रणी बुनियादी ढांचा निर्माण कंपनियों का संरक्षण प्राप्त है और यह “इस जगत की, जगत के लिए और जगत द्वारा” एक प्रतिनिधि संस्था है, जो प्रदर्शनी में उनके रुझानों का प्रतिनिधित्व करेगी।
- यह संस्करण, निर्माण उपकरण निर्माताओं और बुनियादी ढांचा विकास पारिस्थितिकी तंत्र के बीच तालमेल को और गहरा बनायेगा।
- बौमा कॉनेक्सपो इंडिया 2024 में 100+ देशों से 1000+ कंपनियों और 75,000+ व्यापार आगंतुकों के आने की संभावना है।
मुंबई। बौमा कॉनेक्सपो इंडिया उत्तर भारत में अपने आगामी 7वें संस्करण के लिए कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) के साथ हाथ मिलाने लेकर अत्यंत उत्साहित है। देश के प्रमुख उद्योग संघों में से एक और सबसे बड़ी निर्माण कंपनियों का भारत भर में प्रतिनिधित्व करने वाला, सीएफआई- उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकीयों के साथ कर युक्तिकरण, निर्माण परियोजनाओं की सुरक्षा और स्थिरता एवं कौशल विकास आदि मुद्दों को बढ़ावा देने हेतु बौमा कॉनेक्सपो इंडिया 2024 के साथ मिलकर सहयोग करेगा।
पिछले संस्करणों की सफलताओं के आधार पर, 2024 की प्रदर्शनी और सम्मेलन, निर्माण स्थलों, खनन, कच्चे माल के निष्कर्षण और प्रसंस्करण, निर्माण सामग्री के उत्पादन और घटकों एवं सेवाओं के लिए नवीनतम तकनीकों और नवाचारों को प्रस्तुत करेंगे। सबसे बड़े ठेकेदारों और डेवलपर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों सहित अपने विशाल नेटवर्क के साथ, सीएफआई निर्माण उपकरण उद्योग को बढ़ावा देने और देश भर से प्रमुख हितधारकों को इस ओर आकर्षित करने के लिए अपनी प्रभाव क्षमता का लाभ उठाएगा। यह साझेदारी प्रदर्शकों को अपनी नवीनतम तकनीकों और नवाचारों को उच्च लक्षित दर्शकों के सामने प्रदर्शित करने हेतु एक अनूठा मंच प्रदान करेगी, जिससे नई व्यावसायिक साझेदारियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
सीएफआई के साथ इस साझेदारी को लेकर बौमा कॉनेक्सपो इंडिया के सीईओ, भूपिंदर सिंह ने कहा कि आज, भारत तेज़ी से बढ़ रहे विकास पथ पर है और बुनियादी ढांचा विकास सामाजिक-आर्थिक विकास का एक आवश्यक स्तंभ होता है। निर्माण परियोजनाओं में बढ़ती जटिलता (कम्प्लेक्सिटी) के साथ परियोजना स्थलों पर बेहतर सुरक्षा और स्थिरता परिणामों की मांग और नई उपकरण प्रौद्योगिकियों को अपनाना, सभी स्टॉकहोल्डर्स के हितों को पूरा करने की कुंजी है। राष्ट्र निर्माण के एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक के रूप में, कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्य कई जटिल परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं और इसलिए, हम उनके साथ इस जीत की साझेदारी के लिए उत्साहित हैं। बौमा कॉनेक्सपो इंडिया 2024 में विभिन्न अनुभवात्मक मंच जैसे डेमो क्षेत्र, तकनीकी और नीति संबंधी सम्मेलन, खरीदार-विक्रेता मंच, बिज़नेस टू सरकारी बैठकें आदि, भारत और विदेश में परियोजना स्थलों पर भविष्य की निर्माण प्रौद्योगिकियों को अपनाने और बढ़ावा देने हेतु सीएफआई का रुझान दर्शाएंगे।
बौमा कॉनेक्सपो इंडिया 2024 के साथ आगामी साझेदारी के बारे में, सीएफआई के अध्यक्ष और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेयरमेन, अजीत गुलाबचंद कहते हैं कि भारत में आज एक विशाल बुनियादी ढांचा विकास कार्यक्रम है। लेकिन जब इसकी बढ़ती और महत्वाकांक्षी मध्यम-आय वाली आबादी की मांगों के आधार पर इसे मापें, खासकर इसके छोटे शहरों और गांवों में, तो बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की आवश्यकता आज की परिकल्पना से कहीं ज्यादा मालूम होती है। पिछले कुछ वर्षों में, हमने निर्माण कंपनियों और उपकरण निर्माताओं के बीच एक सहजीवी संबंध विकसित किया है, जिसे नई मांगों और चुनौतियों के मद्देनजर इसे और अधिक मजबूत करने की जरूरत है। इसलिए, हम बौमा कॉनेक्सपो इंडिया के साथ मिलकर इसमें सहयोग करने के लिए उत्सुक हैं, क्योंकि इनके पास निर्माण व्यवसाय में अग्रणी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है।
इस प्रदर्शनी में जिन प्रमुख मुद्दों पर प्रकाश डाला जाएगा, उनके बारे में सीएफआई के उपाध्यक्ष और टाटा प्रोजेक्ट्स के एमडी विनायक पई ने कहा कि सस्टेनेबिलिटी, टेक्नोलॉजी और स्किल डेवलॅपमेंट आज सीएफआई के लिए मुख्य फोकस क्षेत्रों में से हैं। वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र को नेट ज़ीरो तक पहुंचाने के साथ, हरित हाइड्रोजन और सौर पैनल एवं बैटरी विनिर्माण संयंत्र जैसी दीर्घकालिक परियोजनाएं आज निर्माण कंपनियों के लिए उभरते अवसरों में से एक हैं। हमारे परियोजना स्थलों के पर्यावरणीय पदचिह्न को कम करना भी एक शीर्ष चिंता का विषय है।
चूंकि उद्योग जगत पहले ही संसाधनों की कमी से जूझ रहा है, इसलिए प्रौद्योगिकी का उपयोग अनिवार्य है और हम अपने साझेदारों के साथ जुड़कर खुश हैं, जो निर्माण मशीनरी में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा, निरंतर प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योग में कौशल की कमी को संबोधित करना एक अन्य क्षेत्र है जिसके लिए उपकरण निर्माताओं और निर्माण कंपनियों के बीच साझेदारी की आवश्यकता होती है। इसलिए, हम बौमा कॉनेक्सपो इंडिया 2024 के साथ हाथ मिलाकर खुश हैं और इस प्लेटफॉर्म पर और उससे आगे भी हम उपकरण निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के अपने भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे।
बौमा कॉनेक्सपो इंडिया का 7वां संस्करण 11-14 दिसंबर 2024 को इंडियाएक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया जाएगा।
कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया-
कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया देश की अग्रणी इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन कंपनियों की एक प्रतिनिधि संस्था है, जो बांधों, बिजली स्टेशनों, सड़कों और राजमार्गों, पुलों, सुरंगों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, महानगरों जैसे अन्य राष्ट्रीय महत्त्व के बुनियादी ढांचे के निर्माण में वर्षों से लगा हुआ है। फेडरेशन का मूल उद्देश्य उद्योग के सामने आने वाली परिचालन और नीति-स्तरीय समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रयास करते हुए निर्माण क्षेत्र में सुधार लाना है। इसमें नीति निर्माताओं और अधिकारियों से उस स्तर का ध्यान प्राप्त करने का प्रयास करना भी शामिल है, जो अर्थव्यवस्था में निर्माण उद्योग के जबरदस्त योगदान और महत्व को देखते हुए मिलना चाहिए।
विदित हो कि बौमा कॉनेक्सपो इंडिया, निर्माण मशीनरी, निर्माण सामग्री मशीनों, खनन मशीनों और निर्माण वाहनों आदि के लिए एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला है। यह उत्तर भारत में निमार्ण क्षेत्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण उद्योग कार्यक्रम है। बौमा कॉनेक्सपो इंडिया दुनिया के शीर्ष दो निर्माण उपकरण व्यापार मेलों की विशेषज्ञता को एक साथ लाता है – म्यूनिख में मेसी मैनचेन द्वारा आयोजित बौमा, और लॉस वेगस में एसोसिएशन ऑफ इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (आईएएम) द्वारा आयोजित कॉनेक्सपो-सीओएन, एजीजी।