सीए के विद्यार्थी डॉ महेश गौड़ को कहते हैं मसीहा
मुंबई। जीएसटी प्रोफेसर, आईडीटी गुरु और मास्टरमाइंड के नाम से मशहूर, वसई गौरव अवॉर्ड से सम्मानित सीए डॉ. महेश गौड़ ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। विद्यार्थियों के मार्गदर्शक के साथ-साथ एक प्रखर समाजसेवी के रूप में पहचाने जाने वाले महेश ने “एलाक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड” बनाया है। सीए विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने वाले डॉ. गौड़ वृद्धाश्रमों के लोगों की सहायता, गरीब असहाय विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा एवं शहीद फौजियों के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ उनके बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी प्रदान करते हैं।
वर्तमान समय में विधार्थी जी तोड़ मेहनत तो करते हैं, लेकिन उनको वैसी सफलता नहीं मिल पाती है। ऐसे ही विद्यार्थियों के लिए
एक मेमोरी गुरु की आवश्यकता होती है। उस गुरु की कमी को पूरा करते हैं सीए डॉ. महेश गौड़। जी हां, गौड़ स्मरण शक्ति बढ़ाने और पेज नंबर के साथ पूरी पुस्तक को याद करने के आसान तरीके बताते हैं। विद्यार्थियों को बूस्टर डोज देने वाले महेश ने हाल ही में “एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड” बनाया है।
आधुनिक दौर में जहां शिक्षा को व्यवसाय का जरिया बना दिया गया है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इसे सेवा के रूप में लेते हैं। ऐसी ही शख्शियत हैं राजस्थान के मूल निवासी एवं वसई में रहने वाले सीए डॉ. महेश गौड़ जिन्होंने गरीब विद्यार्थियों को भी सीए बनाने का बीड़ा उठाया। सीए गौड़ ने सीए फाइनल का एक निः शुल्क बैच शुरू किया, जिससे अब तक ८ हजार से अधिक छात्रों का सीए बनने का सपना साकार हुआ है। हैरानी की बात ये है कि मेमोरी गुरु के नाम से फेमस डॉ. गौड़ छात्रों को पेज नंबर के साथ सब्जेक्ट याद करवाते हैं। इसके अलावा गौड़ बेसहारा बुजुर्गों व अनाथों की सेवा में भी जुटे रहते हैं। उनके इसी कार्य को मद्देनजर रखते हुए एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड नामक संस्था ने हाल ही में जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में “एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड” एवं “अमेजिंग ब्रिलियंस” अवॉर्ड से सम्मानित किया।
गौरतलब है कि पिछले ३ वर्षों से महेश गौड़ के ६० प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी ६० से ज्यादा अंक लेकर आ रहे हैं। महेश ने १०० से अधिक छात्रों को पूरी किताब पेज नंबर के साथ याद करवाया, जिसके लिए उनका नाम किंग्स बुक्स वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी आ चुका है। गौड़ अपनी वीएफएक्स ३डी और प्रैक्टिकल उदाहरण के साथ पढ़ाने के लिए प्रसिद्ध हैं, वीएफएक्स ३डी की वजह से किसी भी कॉन्सेप्ट को समझना ज्यादा आसान होता है। सीए फाइनल में सफल मुंबई की एक विद्यार्थी काजोल प्रधान ने अपनी बड़ी सफलता का श्रेय डॉ. गौड़ को देते हुए बताया कि उनके पढ़ाने के तरीके से ये संभव हो पाया। वहीं कोलकाता के छात्र रवि चौहान के अनुसार उनके व्यावहारिक ज्ञान और कांसेप्ट की बदौलत आम विधार्थी भी जीएसटी का मास्टर बन सकता है।
सीए डॉ. महेश गौड़ का कहना है कि जब २०२२ में उन्होंने निःशुल्क मुहिम को शुरू किया तो कई सीए की संस्थाओं ने विरोध जताया, लेकिन वो अपने संकल्प पर अडिग रहे। उनका मानना है कि कोई भी बच्चा पैसों की कमी की वजह से सीए बनने से वंचित रह न जाए। उन्होंने बताया कि मई 2024 से नया सिलेबस लागू हो चुका है। जिसकी पढ़ाई करने के लिए फिर से विद्यार्थियों क्लासेस लेनी पड़ रही है और प्रत्येक विषय के लिए कम से कम पंद्रह हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। इस तरह की वित्तीय परेशानी का सामना बच्चों को न करना पड़े इसके लिए निःशुल्क बैच शुरू किया।