मुंबई : राज्य में ग्रीष्म ऋतु का तापमान बहुत अधिक होता है। कई जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके चलते घरों में एसी और कूलर का इस्तेमाल होने लगा है। अप्रैल के बाद मई अधिक गर्म है। इस गर्मी में बिजली बिल का झटका मुंबई के उपभोक्ताओं को लगेगा। मुंबईकरों को जहां भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं अब उन्हें मई से बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी की मार भी झेलनी पड़ेगी। अडानी बिजली कंपनी की बिजली महंगी है। बिजली के दाम बढ़ने से करीब 30 लाख बिजली उपभोक्ता प्रभावित होंगे।
ऐसे बढ़ेगी बिजली की कीमत!
मई के बिल से आवासीय ग्राहकों के लिए ईंधन अधिभार 70 पैसे बढ़कर 1.70 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगा।
0-100 यूनिट बिजली खपत वाले आवासीय ग्राहकों से 70 पैसे प्रति यूनिट
101-300 इकाइयों के लिए 1.10
301-500 इकाइयों के लिए 1.5
500 से ज्यादा बिजली खपत पर 1.70 रुपये का फ्यूल सरचार्ज लगेगा।
क्यों बढ़ रही है कीमत?
पिछले वर्ष ईंधन की लागत में वृद्धि हुई है। ईंधन की कीमत में इस बढ़ोतरी से बिजली कंपनियों को घाटा हो रहा है। इसके चलते अडानी कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग के समक्ष 318 करोड़ 38 लाख रुपये वसूलने का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव को आयोग ने मंजूरी दे दी। इसके चलते उपभोक्ताओं से मई से 24 अगस्त तक फ्यूल सरचार्ज की यह रकम वसूली जाएगी। साथ ही कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और अन्य ग्राहकों से बिजली की खपत के हिसाब से फ्यूल सरचार्ज वसूला जाएगा।
मई महीने से मुंबईकरों पर बिजली दरों में बढ़ोतरी की मार पड़ने वाली है। उनका वित्तीय बजट चरमराने वाला है। अडानी पावर कंपनी से पहले टाटा कंपनी ने बिजली दरों में बढ़ोतरी की थी। टाटा कंपनी की ओर से कहा गया कि फ्यूल एडजस्टमेंट साइज नहीं है, भविष्य में बिजली टैरिफ में कटौती हो सकती है।