
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
भारतीय सेना ने PoK में टेरर बेस को निशाना बनाकर एयरस्ट्राइक शुरू कर दी है। इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। आखिर भारत सरकार ने इसे यह नाम क्यों दिया और इसके पीछे का क्या महत्व है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देने के लिए भारत एकदम तैयार है। यही बात भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’के नाम पर साबित भी कर दी है। आपको बता दें कि मंगलवार की देर रात को पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर भारत ने एयर स्ट्राइक करके लोगों की नींद उड़ा दी।’ऑपरेशन सिंदूर’न केवल आतंकवादियों के ठिकानों पर एक सटीक हमला था, बल्कि यह भारत की ओर से सीमा पार के आतंकवादियों और उनके संरक्षकों के लिए एक स्पष्ट और शक्तिशाली चेतावनी भी थी।
अब सवाल है कि आखिर इस हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ही नाम क्यों दिया गया? सिंदूर एक महिला के लिए बहुत मायने रखता है। यह उसके सुहाग की निशानी है। पहलगाम में जिस तरह से विवाहित महिलाओं के सिंदूर को उजाड़ा गया, यह उसका करारा जवाब है। आइए इस लेख में हम इस ऑपरेशन के बारे में विस्तार से जानें।
पीएम मोदी ने खुद दिया नाम
भारतीय सेना ने इस बदले की कार्रवाई का नाम Operation Sindoor रखा है। इस ऑपरेशन का नाम पीएम मोदी ने खुद दिया। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के चीफ के साथ कई बैठक की थी। इन गुप्त बैठकों में पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हमारी कई महिलाओं को विधवा किया और पुरुषों को मारकर सिंदूर हटाया है। हमें इसका जवाब देते हुए बड़ी कार्रवाई करनी है।
पीएम ने इसी कारण इस सैन्य ऑपरेशन का नाम ‘मिशन सिंदूर’ रखा। यह दिखाने के लिए कि देश महिलाओं की आबरू और सम्मान की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा। इस ऑपरेशन का नाम उन महिलाओं की क्षति को दर्शाता है, जिनके साथी उनकी आंखों के सामने बेरहमी से मारे गए थे। भारतीय सेना द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में ऑपरेशन सिंदूर बड़े अक्षरों में लिखा है। सिंदूर में एक ‘ओ’ सिंदूर की एक कटोरी है। इसका कुछ हिस्सा बह गया है, जो उस निर्दयता का प्रतीक है जिसने 25 महिलाओं के जीवन साथी को छीन लिया।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब है। इसका नाम भी अपने आप में शक्ति का प्रमाण है। सिंदूर, भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के सुहाग और सम्मान का प्रतीक है।
पहलगाम में जिस बर्बरता से आतंकवादियों ने निर्दोषों को निशाना बनाया, उसमें महिलाओं और बच्चों सहित आम नागरिक शामिल थे। उस हमले में कई शादीशुदा महिलाओं ने अपने सिंदूर को सामने से उजड़ते हुए देखा, इसलिए यह उसका प्रतिशोध है। यही कारण है कि इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। यह न केवल एक सैन्य जवाबी कार्रवाई है, बल्कि यह भारत की नारी शक्ति के सम्मान और सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।
यह एक ऐसा सशक्त संदेश है कि भारत अपनी धरती और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।
पाकिस्तान पर इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी। इसमें यह बताया गया है कि यह ऑपरेशन केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध को बढ़ावा देना नहीं है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्यों किया गया?
भारत के रक्षा मंत्रालय ने साफ कहा है कि ”ऑपरेशन सिंदूर” का सीधा लक्ष्य उन आतंकी अड्डों को खत्म करना था, जहां से भारत पर हमले करने की साजिशें रची जाती थीं और आतंकियों को भेजा जाता था। यह कार्रवाई सिर्फ आतंकवादियों के खिलाफ थी, पाकिस्तानी सेना को इसमें निशाना नहीं बनाया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का क्या उद्देशय है?
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। ये वो जगहें थीं जहां लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के आतंकियों को हमले के लिए तैयार किया जाता था। इनमें कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत के कुछ इलाके शामिल थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद क्या प्रतिक्रिया आई?
यह हमला भारतीय सेना ने 7 मई 2025 की रात करीब 1:30 बजे किया था। इसमें वायुसेना ने बहुत सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। खबरों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में 24 मिसाइलें दागी गईं और लश्कर-ए-तैयबा के एक बड़े कमांडर को भी निशाना बनाया गया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद पाकिस्तानी सेना पर हमला करना नहीं था। भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई है, इसका मकसद युद्ध को बढ़ाना नहीं है।
भारत की इस एयर स्ट्राइक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर ‘भारत माता की जय’ लिखा। इसके अलावा, भारतीय सेना ने भी ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर ‘न्याय हो गया’ लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दी।