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खुशनुमा जीवन हेतू सकारात्मक विचारों की आवश्यकता : बीके भगवान

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खुशनुमा जीवन हेतू सकारात्मक विचारों की आवश्यकता : बीके भगवान

पखांजूर। मन में चलने वाले लगातार नकारात्मक विचार वर्तमान में अनेक समस्याओं का कारण बनते हैं। मन के नकारात्मक विचारों से ही तनाव उत्पन्न होता है। तनाव से व्यक्ति दुखी, अशांत होता है। तनाव के कारण वह रात को सुख चैन से सो नही सकता। फिर वह नशा के अधिन होता जाता उसे क्रोध चिड़चिड़ापन आता उसे भूले होने की संभावना होती है। इसलिए वर्तमान समय तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। उक्त वक्तव्य ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से आये हुए ब्रह्माकुमार भगवान भाई के हैं। वे स्थानीय ब्रह्माकुमारीज के राजयोग केंद्र पर पधारे हुए ईश्वर प्रेमी भाई बहनों को खुशनुमा जीवन हेतु सकारात्मक विचारों की आवश्यकता विषय पर बोल रहे थे।
भगवान भाई ने कहा कि जीवन को अगर रोगमुक्त, दीर्घायु, शांत व सफल बनाने के लिए हमें सबसे पहले विचारों को सकारात्मक बनाना चाहिए। इसलिए वर्तमान में तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। यदि हमारे विचार सकारात्मक है तो उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सकारात्मक रहने से हर समस्या का समाधान निकलता है। बुराई में भी अच्छाई देखने का प्रयास करने से मन पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मन में चलने वाले विचारों से ही स्मृति, वृत्ति, भावना, दृष्टिकोण और व्यवहार बनता है। अगर मन के विचार नकारात्मक होंगे तो स्मृति, दृष्टि, वृत्ति, भावना, व्यवहार भी नकारात्मक बनता है। ऐसा होने से मन में तनाव पैदा होता है। मन के विचार ही वास्तव में बीज है। उन्होंने सकारात्मक विचारों को तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी बताया। और कहा कि विकारों वश होने से तनाव की उत्पति होती है विकारों से स्वयं की रक्षा करना है। सकारात्मक विचारों का स्त्रोत आध्यात्मिकता है। उन्होंने बताया वर्तमान समय स्वयं को सकारात्मक बनाने की आवश्यकता है।
नगर पंचायत उपाध्यक्षा माया रानी सरकार ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि सकारात्मक सोचने वाला हर परिस्थिति को स्वीकार कर विजयी बन सकता है। उन्होंने बताया कि तनाव से नशा व्यसन आदि बुरी आदते लगती है जिससे हमसे भूले होने की संभावनाए है। सकारात्मक चिंतन से ही हम शांति का अनुभव कर पाएंगे।
नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गंगोली ने अपना संबोधन देते हुए कहा सकारात्मक सोच बनाकर जीवन को सफलता दिलाते हैं। इसीलिए अपने सोच को सदा सकारात्मक रखें। सकारात्मक चिंतन से सहनशीलता आती जिससे कई समस्याओं का समाधान हो जाता है। मन के विचारों का प्रभाव वातावरण पेड़-पौधों तथा दूसरों व स्वयं पर पड़ता है।
कांकेर ब्रह्माकुमारी राजयोग सेवाकेन्द्र की प्रभारी बी के रामा बहन ने कहा कि राजयोग के नित्य अभ्यास से ही हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है। उन्होंने बताया हम कौन ? परमात्मा कोन ? और राजयोग का महत्व क्या है ? इसको समझने हेतु 7 दिन का कोर्स करने की आवश्यकता है। उन्होंने ब्रह्माकुमारी सस्थान का विस्तार से परिचय भी दिया।
कार्यक्रम में स्थानीय ब्रह्माकुमारी के बी के शानू बहन ने भगवान भाई का धन्यवाद ज्ञापित किया।
नगर पंचायत पार्षद विकास पाल और बापी शील ने भी अपने अनुभव युक्त बोल बोलते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारी का राजयोग सकारात्मक जीवन शैली जीवन को सुखी, शान्तमय, नशा मुक्त और तनाव मुक्त जीने की कला सिखाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और कुमारियों के स्वागत नृत्य से किया गया। नगरपंचायत के तरफ से भी शाल ओढ़ाकर भगवान भाई का स्वागत किया गया।
कुमार अजय भाई ने मंच संचालन का कार्य किया।
अंत में भगवान भाई ने मनोबल, आत्मबल बढ़ाने के लिए राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास भी कराया।

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