नई दिल्ली : सोमवार की शाम दिल्ली के प्रगति मैदान में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। पीएम मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में हुई ये मीटिंग करीब 4 घंटे तक चली। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, जी किशन रेड्डी समेत कई कैबिनेट मंत्री मौजूद थे।
माना जा रहा है कि इस बैठक में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना को लेकर विचार-विमर्श हुआ। बैठक से निकलने के बाद केन्द्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि हमारा फोकस बुनियादी ढांचे के विकास पर है…बैठक में यही कहा गया कि जिन मंत्रालयों को जो भी बिल लाना है वह जल्द ही लाएं। इस बार का मॉनसून सत्र पुराने संसद में ही होगा। आज की बैठक में देश को आगे ले जाने की क्या योजना है, उस पर चर्चा हुई।
मानसून सत्र से पहले फेरबदल
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी सूत्रों ने संकेत दिया है कि जब भी मोदी अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल का फैसला करेंगे तो सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। आगामी 20 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की काफी संभावना बन रही है। महाराष्ट्र में एनसीपी के नेताओं के शामिल होने के बाद एनसीपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को संभावित दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। इनके अलावा देवेंद्र फडणवीस को भी केंद्र सरकार में लाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं।
पुराने सहयोगियों का ख्याल
चर्चा इस बात की भी है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ चुके पुराने सहयोगियों को एक बार फिर से एकजुट करने की कोशिश में है। ऐसे में बिहार और महाराष्ट्र से कुछ नेताओं को मोदी सरकार (Modi Cabinet) में मंत्री बनाया जा सकता है। बिहार से नीतीश कुमार और जेडीयू का साथ छोड़ चुके आरसीपी सिंह और उपेंद्र कुशवाहा का नाम चर्चा में है। दोनों पहले भी कैबिनेट में रह चुके हैं। इसके अलावा रामविलास पासवान के बेटे चिराग को भी मंत्री बनाने की चर्चा है।
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