‘वर्ल्ड इमरजेंसी डे’ पर रिवोल्यूशनरी 5जी एम्बुलेंस सेवा अपोलो ने शुरू की
नवी मुंबई। अपोलो हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई (AHNM) ने 27 मई 2024 वर्ल्ड इमरजेंसी डे पर महाराष्ट्र की एडवांस 5G-कनेक्टेड एम्बुलेंस सेवा शुरू करने की घोषणा की। ये महज तकनीकी का कमाल नहीं है, बल्कि यह जीवनदायिनी है। ये एम्बुलेंस गोल्डन ऑवर के नाम प्रचलित उन कीमती पलों में मरीजों को तुरंत एवं सटीक इलाज मुहैया कराएगी, जब हर एक सेकंड ज़िंदगी और मौत के बीच एक निर्णायक पुल होता है।
“गोल्डन ऑवर हीरो,” वे आम लोग हैं जो असाधारण साहस की कहानियाँ बुनते हैं। जिनकी हिम्मत और जुनून जिंदगियों को बचा लेते हैं। 5G एंबुलेंस सेवा की शुरुआत के साथ, अब उनकी बहादुरी को नई ताकत मिल रही है जो हर एक इमरजेंसी पलों में दूर बैठे विशेषज्ञों को भी मरीजों के करीब ले आएगा। जीवन रक्षक प्रशिक्षण और अत्याधुनिक तकनीक की मदद से, ये “गोल्डन ऑवर हीरो” अब इलाज की जंग को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं।
आपातकालीन प्रतिक्रिया में क्रांति:- अपोलो हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई (AHNM) की नई 5G एम्बुलेंस अत्याधुनिक मेडिकल उपकरणों से लैस हैं, जो मरीजों की हालत पर लगातार नजर रखती हैं। साथ ही, ये टेलीमेट्री उपकरणों से जुड़ी हुई हैं, जो मरीजों की जरूरी जानकारियाँ अस्पताल को तुरंत पहुँचाती हैं। यही नहीं, इन एम्बुलेंस में लगे हाई-टेक कैमरे सीधे 5G नेटवर्क से जुड़े हैं जिससे दूर बैठे हुए डॉक्टर भी मरीजों को देख सकते हैं और एंबुलेंस में मौजूद पैरामेडिकल को जरूरी इलाज करने में मदद कर सकते हैं।
5जी एम्बुलेंस सेवा की मुख्य विशेषताएँ: हमेशा कनेक्टेड ये हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी 5G नेटवर्क, एम्बुलेंस और अस्पताल के कंट्रोल रूम के बीच लगातार बातचीत सुनिश्चित करता है। ये एम्बुलेंस से मरीजों की हालत की सारी जानकारी तुरंत अस्पताल तक पहुंचा देता है। इससे डॉक्टर समय रहते फैसले ले पाते हैं और मरीज के अस्पताल पहुंचने से पहले ही इलाज की तैयारी कर लेते हैं। वर्चुअल ER विशेषज्ञ: एम्बुलेंस में लगा हाई-टेक कैमरा सीधे अस्पताल के इमरजेंसी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को मरीज की लाइव तस्वीरें दिखाएगा। दूर बैठे ये इमरजेंसी डॉक्टर, पैरामेडिकल को हर जरूरी कदम उठाने में मदद दे पाएंगे, जिससे इलाज में कोई देरी नहीं होगी।
सामुदायिक पहल एवं प्रशिक्षण:- सामुदायिक स्वास्थ्य और आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार रहना, AHNM का मिशन है। हम 500 से अधिक स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर सालाना करीब 150 कार्यक्रम चलाते हैं, जिनमें 15 कार्यक्रम तो सिर्फ आपातकालीन विभाग (ER) के बारे में जागरूकता फैलाना है। अस्पताल आपातकालीन नंबर 1066 को बढ़ावा देता है और साथ ही 30 किलोमीटर के दायरे में मुफ्त एंबुलेंस सेवा भी प्रदान करता है।
डॉ. नितिन जगासिया, क्षेत्रीय निदेशक-आपातकालीन (पश्चिमी क्षेत्र), अपोलो हॉस्पिटल्स ने इस बात पर बल दिया,”अपोलो हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई में आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं, नवीनतम तकनीक और नवाचार के माध्यम से सर्वोत्तम उपलब्ध आपातकालीन देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 5G कार्डियक एंबुलेंस इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लाया गया नवीनतम उपकरण है। एंबुलेंस में ही मरीज की जांच करने से, अस्पताल में मौजूद हृदय रोग विशेषज्ञों, न्यूरोलॉजिस्टों, ट्रॉमा सर्जनों और उनकी टीम के सदस्य अस्पताल पहुंचने पर मरीज के लिए निश्चित इलाज की तैयारी कर सकते हैं। यह नवीनतम नवाचार मरीज के स्वस्थ होने की यात्रा को और बेहतर बनाएगा।”
गौरव म्हात्रे ने कहा,”वह एक आम दिन था, तभी अचानक नवी मुंबई में एक भयानक दुर्घटना देखने को मिली। उस हादसे में शामिल ढाई साल की बच्ची और उसके माता-पिता को देखकर मेरा दिल दहल गया। बुनियादी जीवन रक्षक प्रशिक्षण के बारे में जागरूकता ने मुझे यह एहसास दिलाया कि मुझे उसे तुरंत अस्पताल ले जाना है। अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टरों की तत्काल चिकित्सा देखभाल की बदौलत बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है। यह अनुभव जीवन रक्षक तकनीक सीखने के महत्व को रेखांकित करता है। मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि वे जीवन रक्षक प्रशिक्षण लें; साथ मिलकर हम फर्क ला सकते हैं और जान बचा सकते हैं। आपातकालीन उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपोलो हॉस्पिटल्स के प्रयासों की मैं सराहना करता हूँ।”
संतोष मराठे, क्षेत्रीय सीईओ – पश्चिमी क्षेत्र, अपोलो हॉस्पिटल्स ने बताया,”अपोलो हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई हमेशा से समुदाय को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहा है। हमारा अस्पताल हर साल लगभग 25,000 आपातकालीन दाखिलों का प्रबंधन करता है। 5जी-कनेक्टेड एम्बुलेंस गोल्डन ऑवर का प्रभावी ढंग से उपयोग करती हैं, जिससे मरीज को अस्पताल ले जाते समय ही इलाज शुरू हो जाता है। यह पहले, हमारे 30 किलोमीटर के दायरे में निःशुल्क एंबुलेंस सेवा द्वारा समर्थित है, यह सुनिश्चित करती है कि गुणवत्तापूर्ण देखभाल सभी के लिए सुलभ हो। समर्पित बाल रोग और वयस्क आपातकालीन विभाग (ER) बिस्तरों एवं योग्य नर्सिंग टीमों के साथ, रॉयल कॉलेज ऑफ लंदन से संबद्ध प्रशिक्षित आपातकालीन चिकित्सक सुनिश्चित करते हैं कि प्रोटोकॉल-आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया का पालन किया जाए।”